छत्तीसगढ़ की जनजातियाँ
छत्तीसगढ़ की जनजातियां अपने विशिष्ट जीवन शैली, अपनी परंपरागत संस्कृति को अक्षुण बनाए रखने में सफल हुई है। यद्यपि छत्तीसगढ़ में 42 जनजातियां पाई जाती है , परंतु छत्तीसगढ़ की प्रमुख जनजाति गोंड है, इसके अतिरिक्त कँवर, बिंझवार , भैना, भतरा, उरांव, मुंडा, कमार, हल्बा, बैगा, भरिया, नगेशिया, मंझवार, खारिया और धनवार जनजाति भी काफी संख्या में है। अन्य जनजातियों की संख्या काफी काम है
छत्तीसगढ़ राज्य में 5 विशेष पिछड़ी जनजातियों अबूझमाड़िया, कमार, पहाड़ी कोरबा, बिरहोर एवं बैगा के विकास के लिये विशेष अभिकरण का गठन किया गया है।
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