छत्तीसगढ़ की जनजातियों का सामान्य परिचय
- जनजातियों का नाम मध्यप्रदेश राज्य पुनर्गठन अधिनियम 2000 के तहत मिला।
- छत्तीसगढ़ में ४२ प्रकार की जनजातियां पाई जाती है।
- जनजाति संबधित प्रावधान अनुच्छेद 342 में है।
- छत्तीसगढ़ में विशेष पिछड़ी जनजातियों की संख्या 7 है। जिसमे से 5 केंद्र सरकार द्वारा तथा 2 राज्य सरकार द्वारा घोषित है
- भारतीय संविधान के अनुसूची -5 के तहत राष्ट्रपति छत्तीसगढ़ की 5 जनजाति को विशेष पिछड़ी जनजाति में शामिल किये हैं।
- अबूझमाड़िया,
- कमार,
- पहाड़ी कोरबा,
- बिरहोर एवं
- बैगा
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