गुण्डाधुर - स्वाधीनता संग्राम में छत्तीसगढ़ का योगदान
इसके बाद सन् 1910 में बस्तर का भूमकाल आंदोलन ने अंग्रेज शासन को हिला के रख दिया था। बस्तर में हुए भूमकाल आंदोलन अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध आदिवासियों का एक सबसे बड़ा सशस्त्र आंदोलन था। बस्तर में लाल कालेन्द्र सिंह और रानी सुमरन कुंवर ने अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ विद्रोह का ऐलान किया। इस विद्रोह का सेनापति गुण्डाधुर को चुना गया था।
No comments:
Post a Comment