छत्तीसगढ़ में पाए जाने वाला लौह अयस्क उत्तम श्रेणी का है इसमें लोहे की मात्रा 60 से 70% तक पाई जाती है।
उत्तम लोहा अयस्क में फास्फोरस की मात्रा कम होती है।
छत्तीसगढ़ में पाए जाने वाले लौह अयस्क में फास्फोरस की मात्रा केवल 0.45 प्रतिशत है।
लौह अयस्क का विशाल भंडार दुर्ग, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, कांकेर जिले में उपलब्ध है जबकि मामूली तौर पर यह रायपुर राजनांदगांव और रायगढ़ में भी पाए जाते हैं।
- बालोद में दल्ली राजहरा की पहाड़ियां एवं दंतेवाड़ा में बैलाडिला की खाने विश्वविख्यात है बैलाडीला स्थित लोहे की खान एशिया महाद्वीप की सबसे महत्वपूर्ण एवं सबसे बड़ी खान मानी जाती है।
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